आधी उम्र
अल्फ़ाज़ों का जज़्बाती सफ़र
अल्फ़ाज़ों का जज़्बाती सफ़र
“आधी उम्र” एक ग़ज़ल और कविताओं का संग्रह है, जो हिंदी और उर्दू के लफ़्ज़ों की जुगलबंदी है। इस संग्रह में मोहब्बत, ज़िंदगी के रंग, और उनके साथी दर्द को जीवंत करने का प्रयास हैं। लवकेश “गौरव” अपनी शायरी में उन अनकहे अहसासों को उजागर करते हैं जो हर दिल की कहानी होती है। “आधी उम्र” एक यात्रा है जिसमें पाठक दर्द, ख़ुशी, उम्मीद और नाउम्मीदी के रंगों में रंगते हैं। यह संग्रह उन सभी लोगों के लिए है जिन्हें शब्दों की गहराई को समझने और जीने का शौक है।
लवकेश “गौरव" का जन्म हरियाणा के गाँव खरावड़ (रोहतक) में हुआ, बचपन हिसार में बीता और ज़वानी गुड़गाँव में । वो पढ़ाई से मकैनिकल इंज़िनीयर हैं, पेशे से अंत्रेप्रेन्योर और दिल से शायर हैं। शायरी से इश्क़ बचपन से ही था: पहले प्रसारित मुशायरों से, फिर कुमार विश्वास से होते हुए ज़ौन एलिया से मोहब्बत तक।17 साल के कॉर्पोरेट करियर और जीवन के पड़ावो ने जिन जज़्बातों से वाक़िफ़ कराया, उसी को उन्होंने अपनी क़िताब "आधी उम्र" में सजाया है।
Copyright © 2024. All Rights Reserved